सन् 2020 में विज्ञान दिवस का विषय था ‘वुमन इन साइंस’। जब शिक्षार्थियों ने मुझसे महिला वैज्ञानिकों के बारे में चर्चा की तो मुझे इस विषय पर विशेष साहित्य ढूंढने पर भी नहीं मिला, इसीलिए मैने इस विषय में कुछ जानकारियाँ एकत्र करने का विचार किया और छात्...
सन् 2020 में विज्ञान दिवस का विषय था ‘वुमन इन साइंस’। जब शिक्षार्थियों ने मुझसे महिला वैज्ञानिकों के बारे में चर्चा की तो मुझे इस विषय पर विशेष साहित्य ढूंढने पर भी नहीं मिला, इसीलिए मैने इस विषय में कुछ जानकारियाँ एकत्र करने का विचार किया और छात्रों में विज्ञान विषय के प्रति रुचि जागृत करने के उद्देश्य से तथा महान महिला वैज्ञानिकों के समाज को दिए उनके योगदान को समाज के सामने लाने के लिए, कुछ साहित्य सृजन करने का विचार किया। जिससे छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत हो सके। मेरी यह भी आकांक्षा थी कि विज्ञान के क्षेत्र में महिला वैज्ञानिकों के योगदान की भी अधिक से अधिक सराहाना हो सके। इस कड़ी में यह पुस्तक। मेरा एक छोटा-सा प्रयास है। इस पुस्तक की सामग्री विभिन्न सूत्रों से जुटाई गई है। जिसमें मेरे दोनों बच्चों सिद्धांत व अनुभूति का विशेष योगदान रहा है। इस पुस्तक को मूर्त रूप देने में श्रीमती नलिनी बहल का भी अमूल्य योगदान रहा है। उन्होंने इस पुस्तक का संपादन करने के साथ-साथ वैज्ञानिकों के जीवन परिचय को रोचक बनाने में अहम भूमिका निभाई है। मैं उनका हृदय से धन्यवाद करती हूँ। मैं आशा करती हूँ वूमेन इन साइंस विषय पर मेरा यह प्रयास उपयोगी सिद्ध होगा। पुस्तक के वास्तविक पारखी होंगे इसके पाठकगण। मैं अनुभवी शिक्षक-शिक्षिकाओं के सुझावों का सदैव स्वागत करूँगी। अंजना