ॐ, हरि, जय श्रीराम , जय श्री कृष्ण, राधे-राधे,: जय माता दी, जय बजरंगबली ,गणपति बप्पा मोरिया आदि पवित्र शब्द जहां जगह-जगह सुनने को मिलते हैं वह भारत है | महान भारत है |भारत के विषय में क्या लिखूं जहां आदिकाल से चार वेद और इसके साथ छह शास्त्र 18 पुर...
ॐ, हरि, जय श्रीराम , जय श्री कृष्ण, राधे-राधे,: जय माता दी, जय बजरंगबली ,गणपति बप्पा मोरिया आदि पवित्र शब्द जहां जगह-जगह सुनने को मिलते हैं वह भारत है | महान भारत है |भारत के विषय में क्या लिखूं जहां आदिकाल से चार वेद और इसके साथ छह शास्त्र 18 पुराण और 108 उपनिषद है | जो कि पहले से ही भारत की श्रेष्ठता का बखान करते हैं किंतु मुझे दर्द किस बात का है कि भारत की श्रेष्ठता कहीं खो गई है | भारत की पहचान जिन महान व्यक्तियों के चरित्र चित्रण से है उनके बलिदान त्याग तपस्या में जो इतिहास रचा है| उनकी श्रेष्ठता को शब्दों से तो बयान नहीं कर सकते किंतु भविष्य में उनके आदर्शों का प्रचार प्रसार हो सके इसलिए उचित शब्दों के माध्यम से उनके विषय में रचना होना अति अनिवार्य है | मैं भी कुछ विशेष महान आत्माओं के विषय में लिख रहा हूं और साथ ही कुछ अपने विचारों के माध्यम से चली आ रही कुछ बातों पर कटाक्ष करूंगा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि कृपया बात को गहराई से समझें और विचारों का प्रचार प्रसार करें | साथ ही मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मेरा मकसद समाज में बदलाव लाना है ना की किसी नए विवाद को उत्पन्न करना आप खुद में बदलाव लाएं ताकि किसी और का उदाहरण आपको ना देना पड़े|इस लेख में चार पात्र है जिन्होंने एक आदर्श चरित्र प्रस्तुत किया जीवन जीने के मुल मंत्र दिए वे माहन पात्र हैं - श्रीराम जी, श्रीकृष्ण, अब्दुल कलाम जी और भीमराव आंबेडकर सहाब साथ ही कुछ और वास्तविक घटना के द्वारा ईश्वरीय शक्ति का बोध कराने का प्रयास किया है