मोहब्बत क्या है? क्या आप इसे एक सुलझे हुए रूप में परिभाषित कर सकते हैं? सागर झील और कियारा की कहानी इस सवाल का बहुत अच्छा सा जवाब देगी।‘फ्रेंड-जोन’, एक उलझन भरी मोहब्बत जो हमेशा दोस्ती के दायरों से जूझती रहती है, कुछ लड़कियाँ ऐसी ही उलझनों में अपने...
मोहब्बत क्या है? क्या आप इसे एक सुलझे हुए रूप में परिभाषित कर सकते हैं? सागर झील और कियारा की कहानी इस सवाल का बहुत अच्छा सा जवाब देगी।‘फ्रेंड-जोन’, एक उलझन भरी मोहब्बत जो हमेशा दोस्ती के दायरों से जूझती रहती है, कुछ लड़कियाँ ऐसी ही उलझनों में अपने जीवन की सच्ची मोहब्बत को खो देती है, दोस्ती और मोहब्बत के बीच का फर्क नहीं समझ पाती, झील का किस्सा भी इसी मुद्दे पर प्रकाश डालता है, वह अपनी उम्र के एक लंबे दौर तक यह समझ ही नहीं पाती कि आखिर सागर से उसका रिश्ता क्या है?‘लव-ट्रायंगल’ यह शब्द भी सुना है ना आपने, कियारा भी इसी भँवर में खुद को उलझा हुआ पाती है और देखा जाए तो एक तरह से वो अपनी मोहब्बत को पा ही लेती है, अपने सबसे अच्छे दोस्त के रूप में।दूसरा भाग सागर और उसकी बेटी के संबंधों पर प्रकाश डालता है, सागर उम्र भर अपनी बेटी के प्रेम को पाने के लिए तरसता रहता है वहीं उसकी बेटी उसे कभी स्वीकार नहीं कर पाती, उसके त्याग को समझ पाने में बहुत देर कर देती है।यह कहानी दोस्ती वाली मोहब्बत को समझाएगी, यह कहानी एक पिता के हृदय की भावनाओं को दर्शाएगी, मैंने सागर की जीवनकथा के माध्यम से आपको रिश्तों के स्नेह की एक अदृश्य डोर से बाँधने का प्रयास किया है।