मैंने अिने जीवन मे जो सीखा एवं जो क छ भी अन भव पकया व देखा उसे पवचारों के माध्यम से इस ि स्तक मे दशााता हूँ | और आशा करता हूँ पक यपद आज के य वा समाज इस ि स्तक को िढ़ेगा और इसे अिने जीवन मे अिनाएगा तो उसमे सेवा समिाण व संकल्प का भाव जगेगा मैंने इस ि...
मैंने अिने जीवन मे जो सीखा एवं जो क छ भी अन भव पकया व देखा उसे पवचारों के माध्यम से इस ि स्तक मे दशााता हूँ | और आशा करता हूँ पक यपद आज के य वा समाज इस ि स्तक को िढ़ेगा और इसे अिने जीवन मे अिनाएगा तो उसमे सेवा समिाण व संकल्प का भाव जगेगा मैंने इस ि स्तक मे िूरे मानव समाज को एक सूत्र में बढ़ने का प्रयास पकया है |यपद आज का य वा समाज इस ि स्तक की और एक भी कदम बढ़ेगा तो मैं उसका आभारी रहूँगा |