ये पुस्तक जिसका शीर्षक "फकीर का कब्र" है, प्रेरणा देती है कि सिर्फ कमा- खाकर मर जाना असल जिंदगी नहीं है। ये तो पशु-पक्षी भी कर सकते हैं।ऐसे अरबों-खरबों लोग इस धरती पर आकर चले गए जिसने अपना पुरा जीवन कल की चिंता में गुजार दी और किसी को कोई खबर तक न...
ये पुस्तक जिसका शीर्षक "फकीर का कब्र" है, प्रेरणा देती है कि सिर्फ कमा- खाकर मर जाना असल जिंदगी नहीं है। ये तो पशु-पक्षी भी कर सकते हैं।ऐसे अरबों-खरबों लोग इस धरती पर आकर चले गए जिसने अपना पुरा जीवन कल की चिंता में गुजार दी और किसी को कोई खबर तक नहीं।इस पुस्तक के लेखक मानते हैं कि मौत से डर- डरकर जीना भी कोई जीना है। ऐसी जिंदगी किस काम की जो दूसरों के काम ना आ सके। यह किताब आपको खुश रहने की प्रेरणा देती है। इसकी सभी शायरी मौत पर आधारित है और इस काल्पनिक दुनिया पर व्यंग्य करती है। यह पुस्तक आपको जीना सिखा देगी और इसे पढ़ने के बाद आपकी एक नई जिंदगी शुरू होगी जो होगी "एक बेखौफ जिंदगी"।।