मेरे द्वारा लिखे हुए शब्द मुझे प्रेरणा देते हैं। मन में चाहें जितनी नकारात्मकता हो, मेरे शब्द उसमे भी सकारात्मकता ढूंढ ही लेते है। यह उस ईश्वरीय शक्ति का ही जादू है कि भावनाओं को शब्दों का जामा पहनाने के बाद में स्वयं को बह...
मेरे द्वारा लिखे हुए शब्द मुझे प्रेरणा देते हैं। मन में चाहें जितनी नकारात्मकता हो, मेरे शब्द उसमे भी सकारात्मकता ढूंढ ही लेते है। यह उस ईश्वरीय शक्ति का ही जादू है कि भावनाओं को शब्दों का जामा पहनाने के बाद में स्वयं को बहुत ही सुकून में जीता महसूस करती हूँ। अनेक नकारात्मक विचार व लम्हे जीवन में आते है , मन विचलित भी होता है , आम भाषा में कहूँ तो बहुत परेशान भी होती हूँ। लेकिन फिर धीरे -धीरे नया सकारात्मक विचार उन सभी पर हावी होने लगता है और जीवन पुनः नए उत्साह से अगले पल को जीने की ख्वाहिश करने लगता है। कलम फिर से नए शब्दों का ताना - बाना बुनने लगती है। विचारों का पिटारा फिर से बाहर निकलने को बेताब होने लगता है और उसका परिणाम सामने है।