ये कहानी है बनारस की रहने वाली संजना मिश्रा की जो अपने अतीत से मिले गहरे जख्मों से निकल नहीं पा रही है। शादी के बाद संजना सबकुछ भूलकर खुशी से अपनी शादीशुदा जिंदगी में व्यस्त हो जाती है लेकिन एक दिन ऐसा हुआ कि उसे फिर से बनारस की जमीन पर अपने कदम र...
ये कहानी है बनारस की रहने वाली संजना मिश्रा की जो अपने अतीत से मिले गहरे जख्मों से निकल नहीं पा रही है। शादी के बाद संजना सबकुछ भूलकर खुशी से अपनी शादीशुदा जिंदगी में व्यस्त हो जाती है लेकिन एक दिन ऐसा हुआ कि उसे फिर से बनारस की जमीन पर अपने कदम रखने पड़े और फिर वहां ऐसी घटनाएं घटती है जिसने सबकी जिंदगी को हिलाकर रख दिया।