यह पुस्तक उन लोगों के लिए है जो आज के जीवन में रहकर भी अपने कामकाज में इतने व्यस्त रहते हैं कि उनको खबर नहीं है कि आज के. समाज में क्या हो रहा है और अगर खबर है तो उस बारे में सोच विचार नहीं करना चाहते इसलिए लेखिका का यह पुस्तक लिखने का एक छोटा सा ...
यह पुस्तक उन लोगों के लिए है जो आज के जीवन में रहकर भी अपने कामकाज में इतने व्यस्त रहते हैं कि उनको खबर नहीं है कि आज के. समाज में क्या हो रहा है और अगर खबर है तो उस बारे में सोच विचार नहीं करना चाहते इसलिए लेखिका का यह पुस्तक लिखने का एक छोटा सा प्रयास रहा है लेखिका लोगों तक वह बात पहुंचाना चाहती है जिससे लोग बेखबर हैं इस पुस्तक में लेखिका ने हर एक विषय पर चर्चा की है. यह पुस्तक हर इंसान के लिए लाभदायक हैं इसमें कुछ कविताएं और कहानियां द्वारा लेखिका ने अपने भाव व्यक्त किए हैं इस पुस्तक में लेखिका ने एक बेटी के भाव व्यक्त किए हैं कि जब एक लड़की से उसकी मां को छीन लिया जाता है वह कैसे उसे बुलाती है बिन मां के एक बच्ची क्या हाल होता है बिन मां के उसकी जिंदगी कैसे बीतती है । यह पुस्तक उन लोगों के लिए भी है जब एक इंसान छोटी उम्र अपने सपने पूरे किये बिना इस दुनिया चला जाता है अपने मित्रों को कम उम्र में मस्ता देख दूसरा मित्र चिंता में पड़ जाता है और यह भगवान से अपने सपने पूरे करने की माग करता है इस भाव को लेखिका ने एक कविता द्वारा व्यक्त किया है इस पुस्तक को यह लोग भी पढ़ सकते है जो लोग दुनिया में बहुत दुखी है और उन्हें लगता है कि इस संसार में हमसे दुखी कोई नही। यह पुस्तक उन लोगों के लिए भी लाभकारी है जो लोग सारी उम्र अपने घरवालों के लिए काम करते है लेकिन बुढापे में उनके साथ क्या किया जाता है उसके बेटे उसकी किस प्रकार से सेवा करते है हमें अपने माता पिता के साथ कैसा रहना चाहिए कैसा व्यवहार करना चाहिए ।