“मैं खामोश हूँ” में प्रकाशित कविताएं सोच समझ कर या किसी को विषय बना कर नहीं लिखी गईं यह तो मेरे मन में आए विचारों को कविताओं का रूप देने का प्रयास भर है। जब सोचने की प्रक्रिया (2700०९५५ ० 'रगता8) जिस भाषा में आया उसी में ही लिख दिया। इस पुस्तक में...
“मैं खामोश हूँ” में प्रकाशित कविताएं सोच समझ कर या किसी को विषय बना कर नहीं लिखी गईं यह तो मेरे मन में आए विचारों को कविताओं का रूप देने का प्रयास भर है। जब सोचने की प्रक्रिया (2700०९५५ ० 'रगता8) जिस भाषा में आया उसी में ही लिख दिया। इस पुस्तक में अंग्रेज़ी व हिन्दी की कविताएं लिखी गई हैं, जिनमें से कोई भी कविता किसी का भी अनुवाद नहीं है। इन कविताओं में क्या है ? कैसा है? और यह कविताएं किस श्रेणी की हैं ? इसका निर्णय तो पाठक जन ही करेंगे और वे ही बताएंगे कि प्रयास कितना सफ़ल रहा। मैं पाठकों से प्रोत्साहन तथा प्रेरणा की उम्मीद करता हूँ कि भविष्य में और अच्छी रचनाएं लिखी जा सके।