ये पुस्तक राजल ठक्कर ने लिखा हैं. इस पुस्तक में लिखी जानेवाली हर कविता उन लोगो को समर्पित हैं जिन्होंने अपने जीवन में कभी ना कभी हार महसूस की हैं और जिनका दिल कभी ना कभी टुटा हैं. इस पुस्तक की कविताओं को कही भी छापने से पहले लेखिका की मंजूरी लेना ...
ये पुस्तक राजल ठक्कर ने लिखा हैं. इस पुस्तक में लिखी जानेवाली हर कविता उन लोगो को समर्पित हैं जिन्होंने अपने जीवन में कभी ना कभी हार महसूस की हैं और जिनका दिल कभी ना कभी टुटा हैं. इस पुस्तक की कविताओं को कही भी छापने से पहले लेखिका की मंजूरी लेना आवश्यक हैं !