अपने परीवार सहित आविष केदारनाथ की यात्रा से लौट रहा था, की तभी एक भयानक भुकंम हुआ आविष अपने परीवार से बिछड़कर गंगा नदी की गहराईओ से होते हुए कैलाश पर्वत की गुफाओ में जा पहुंचता है। जहा उसके साथ कुछ ऐसा होता जिसके बाद उसके सामान्य जीवन असामान्य हो ...
अपने परीवार सहित आविष केदारनाथ की यात्रा से लौट रहा था, की तभी एक भयानक भुकंम हुआ आविष अपने परीवार से बिछड़कर गंगा नदी की गहराईओ से होते हुए कैलाश पर्वत की गुफाओ में जा पहुंचता है। जहा उसके साथ कुछ ऐसा होता जिसके बाद उसके सामान्य जीवन असामान्य हो जाता है। कैलाश की उन गुफाओ में उलझे हुए आविष की गैरहाजिरी में नागेश्वर नाम के एक बिजनेसमैन ने भारत का पुरा तंत्र ही उलट पुलट कर रख दीया। फीर कुछ वर्षो बाद पारवती नामक एक लड़की के केदारनाथ आगमन से आविष फीर से धर्ती पर लौट आया और नागेश्वर की तलाश में जुट गया, आखीर कौन है ये नागेश्वर? और आविष क्यु उसे ढ़ुढ रहा है, जान ने के लिए पढें इस कहानी का पहला भाग "नागवर!!"।