जिस तरह मुल्क के अलग-अलग हिस्सों से हज़ारों-लाखों की तादाद में स्टूडेंट्स दिल्ली विश्वविद्यालय और मुखर्जी नगर में अपनी-अपनी क़िस्मत आज़माने आते हैं। उनमें हर स्टूडेंट्स की अपनी एक अलग कहानी होती है और साथ ही उसी कहानी के साथ होता है एक संघर्ष। इस ...
जिस तरह मुल्क के अलग-अलग हिस्सों से हज़ारों-लाखों की तादाद में स्टूडेंट्स दिल्ली विश्वविद्यालय और मुखर्जी नगर में अपनी-अपनी क़िस्मत आज़माने आते हैं। उनमें हर स्टूडेंट्स की अपनी एक अलग कहानी होती है और साथ ही उसी कहानी के साथ होता है एक संघर्ष। इस उपन्यास के कुछ किरदारों के ज़रिए उन कहानियों को कहने की कोशिश की गई है जिसके मुख्य किरदार, हया, सूफियान, गौरव, कामिनी, निधि, आयुषी, नवदीप और आकाश हैं। इनमें से कुछ किरदार दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ते हुए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं तो कुछ मुखर्जी नगर में रहकर सिविल सर्विसेज की करते हुए आज़मा रहे हैं। इनमें से कुछ किरदारों को ज़िंदगी के एक अहम हिस्से इश्क़ के रास्ते से भी होकर गुज़रना पड़ता हैं। उस रास्ते में उन्हें तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ता है मगर अपनी लगन और जज़्बें से वो इन तकलीफों को पार कर लेते हैं और अपनी-अपनी मंजिल पर पहुँच जाते हैं और मंजिल पर पहुंचने के बाद जगनुओं की माफ़िक़ चमकने लगते हैं।