यह बुक एक रोचक और विशाल दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है जो राजनीतिक प्रणालियों, नेतृत्व, और सामाजिक परिवर्तनों के बारे में समझ प्रदान करती है। इस बुक में विभिन्न विचारों को संग्रहित किया गया है जो समाज, शक्ति, और न्याय के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते...
यह बुक एक रोचक और विशाल दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है जो राजनीतिक प्रणालियों, नेतृत्व, और सामाजिक परिवर्तनों के बारे में समझ प्रदान करती है। इस बुक में विभिन्न विचारों को संग्रहित किया गया है जो समाज, शक्ति, और न्याय के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पाठकों को राजनीतिक दुनिया के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी। यह बुक राजनीतिक उद्दीपना है जो समझदारी और संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है, और पाठकों को विश्वास दिलाती है कि वे भी अपने समाज में बदलाव ला सकते हैं।चाहे वो कोई भी देश हो यदि कुछ बातों को ध्यान में रख कर कार्य करे तो निश्चित तौर पे उस देश को सफलता अवश्य मिलेगी।फिर भी यदि किसी को भी किसी प्रकार से मेरे इस प्रयास से चोट पहुचती हैं तो मैं माफी चाहता हूँ।वर्तमान समय मे भारत देश ने विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बनाई है और अपने दम पर कई सारे रिकॉर्ड भी बनाये है। सभी क्षेत्रों से भारत उन्नति की ओर अग्रसर है।लेकिन कुछ ऐसी व्यवस्था भी हैं जो अभी भी वैसे सुचारू रूप से नही चल पा रही हैं जैसे उनको चलना चाहिए, कुछ लोगो का ध्यान इस ओर जाता हैं पर कुछ प्रतिक्रिया नही की जाती,कभी कभी सरकार भी ढीली पड़ जाती हैं।ऐसे मे मैंने देश के सर्वांगीण विकास हेतु कुछ महत्वपूर्ण कार्यो का एक पूरा रूपरेखा तैयार किया है जिसकी मदद से हम देश के विकास कार्य को और गति प्रदान कर आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।मैंने जो सुझाओ और विचार देश हित मे लिखे हैं उनको बहुत ध्यान में रखकर लिखा है, फिर भी कही कोई गलती हो या कोई नया विचार और सुझाओ जो सामने आएगा उनका स्वागत है।। इस किताब में मैंने केवल लगभग 20% बातों का ही जिक्र किया है, 80% बात तो मेरे दिमाक में है, क्योकि ज्यादा बोलना और लिखना मेरा उद्देश्य नही है। बहुत से सरकारी हरकते तो सामने भी नही आते हैं मैंने फिर भी दृणता से हिम्मत से कुछ कुछ रिकॉर्ड को सामने लाने का प्रयास किया है, ये वाकई सराहनीय कार्य हैं।यदि आपको इससे किसी प्रकार की कोई भी प्रेरणा मिलती हो, कुछ देशहित में विचार हो, तो बेझिझक सामने लाइये, आपका स्वागत किया जईस किताब में देश के जो आँकड़े प्रस्तुत किये गए हैं, वो अधिकतर 2020 तक के ही मिलेंगे इसके बाद के अधिकांश आँकड़े तत्कालीन केंद्रीय सरकार द्वारा (2014-2024) रिकॉर्ड से हटा दिए गए हैं।सच, वास्तविकता और सवाल से तत्कालीन केंद्रीय सरकार (2014-2024) को सख्त नफरत हैं।यह किताब पूर्ण एवं स्वतन्त्र रूप से मेरे द्वारा लिखित हैं।