संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का...
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे ,