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Stories By bhumi jain

पीड़ा .......एक स्त्री की

  • Author   bhumi jain

यह कविता "पीड़ा एक स्त्री की" अपने नाम की तरह ही समाज में स्त्रियों की स्थिति को दर्शाने वाली है। जहां एक तरफ हमारी समाज में बेटियों को देवी का रूप कहा जाता है, वहीं दूसरी तरफ समाज का यह रुख, शर्मनाक है,जहां रोज बेटियों के साथ नय बलात्कार हो रहे हैं।

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