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Stories By Krishna lal

Romantic date

  • Author   Krishna lal

मुकम्मल--ए--इश्क हमने उनसे हर बार किया।। और मियां गैर से हुई । | उनकी शादी फिर भी उन्होंने ।। कबूल है कबूल है कबूल है क्यों तीन बार किया।। गांव बरे नहीं और तुम खुरदने चले आए।। कमबख्त उसके जाने के बाद हम कहां जिन्दा है ।। और मियां तुम हमें मारने चले आए।।

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