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Stories By Saba

Tumhari jan ❤️

  • Author   Saba

मैं कविता नाहीं अहसास लिखरही हूँ आज़ तुम्हारे लिए वो अल्फ़ाज़ लिखरही हू जब मैं तुमसे मिली तुम कुछ ख़ास लगे जिसकी क़भी ख्वाहिश ना थीं वो अहसास लगे अजनबी से तुम पहचान बंगाए ओर धीरे धीरे फिर मेरी जान बंग़ाए ❤️तुम्हारी सबा❤️

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