Stories By Dr. Chitrangad Singh Raghav
स्त्रित्व का तवा
- Author Dr. Chitrangad Singh Raghav
ये कविता उन स्त्रियों के लिए है जो लिंग भेद को आधार बनाकर अपनी नाकामियों का ठीकरा पुरुष पर थोपना चाहती हैं और अपना व्यक्तिगत स्वार्थ पूरा करने के लिए समाज को स्त्री पुरुष के बीच बांटने का प्रयत्न करती हैं।
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