Stories By Dharmendra Kumar
नींद का आगोश
- Author Dharmendra Kumar
... मैं 15 साल का था और उन दिनों मुझे क्रिकेट खेलने और देखने का नया-नया नशा चढ़ा था। सभी मैचों का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण होना तय हो चुका था और मैंने फैसला किया कि हर हाल में सभी मैचों की सभी गेंदें देखनी हैं। लेकिन, इसमें एक बाधा थी...
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