सुबह सुबह उनके यहां मिट्टी का साफ पुता हुआ चूल्हा जलता था मुझे अपनी छत की मुंढेर से साफ नज़र आता था। ज़ीने की सीढ़ियों तले। घर की अकेली लड़की कुछ ज़्यादा सांवली सूरत काले घने रीठे जैसे कमर से नीचे चमकीले बालों की चोटी, मोती जैसे सफेद चुने हुए दांत।
- Total Chapters: 1 Chapters.
- Format: Stories
- Language: Hindi
- Category: Antiques & collectibles
- Tags: सांवली, बाजी, चूल्हा,
- Published Date: 02-Oct-2022
पड़ोसन बाजी
User Rating
Arooba Shoaib
02-Oct-2022
Intensely fabulous✨
Gazala riyasat
02-Oct-2022
Touching story....
Shehnaz
02-Oct-2022
Ayaz Ud Din
02-Oct-2022
Wonderful initiative ? ?
Nida Idrees
03-Oct-2022
Fantastic story… Keep writing
Ananya Saxena
03-Oct-2022
Heart touching story