ज़िंदगी नही है तुम्हारे बिना, फिर भी जी रही हूं पता नही क्यों? क्यों छोड़ गए तन्हा मुझे, किया ऐसा क्यों?? हर वक्त आती है याद तुम्हारी, काश ले आऊं पकड़कर तुम्हे! सब तरफ देखने पर भी नही दिखते, क्या तुम नहीं करते याद हमे!! कब खत्म होगा जीवन ये मेरा, इसी इंतजार में बैठी हूं मैं! जब मिलूंगी तुमसे, तो फिर जी पडूंगी मैं!!! जल्दी आए वो दिन, जब हो जाए मिलन हमारा दोबारा! इसी इंतज़ार में हूं मैं, फिर जाने दूंगी न दोबारा!!!! मनुनिधि
- Total Chapters: 1 Chapters.
- Format: Stories
- Language: Hindi
- Category: Art
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- Published Date: 10-Feb-2022
ज़िंदगी
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