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About The Author

मैं जो कुछ हूँ वह पूर्णतः मैं ही हूँ। इसमें कोई मिलावट नहीं है!

Stories By Sanket Karjule

Charitra

  • Author   Sanket Karjule

Tees saal ka rishtaa ekdum se meri ankhon ke saamne khtam ho gaya.... Purity hmesha aurat ke liye hi laagu hoti hain. Har kadam par uski purity ko taula jaataa hain....

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उद्घाटन

  • Author   Sanket Karjule

यह कहानी उस व्यवस्था पर बात करती है जो राह का रोड़ा बन जाती है। जो अटक-अटक कर चलती है। हालांकि इंसान की ज़िंदगी होती है चुल्लू भर पर उसे इस चुल्लू भर ज़िंदगी में गुज़ारा करने के लिए बार-बार इस व्यवस्था का सामना करना पड़ता है।

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