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दंगल

Author Aradhana Gurung

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  • Published On 21-12-22
  • Language Hindi

दंग दंग और दंगल तंग तंग और तंगहाल खिल खिल कर हंसना है बेहाल कहीं का बीज कहीं जा गिरा गोरों की चाल है करती बदहाल हम समझ गए पर फिर भी है अनजान अदृश्य क्या हो गए हम या फिर समय की तरकीबों पर है फंसा जी का जंजाल

  • Total Chapters: 1 Chapters.
  • Format: Stories
  • Language: Hindi
  • Category: Literature & Fiction
  • Tags:
  • Published Date: 21-Dec-2022

दंगल - मेरी कविता

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