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दंगल

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दंग दंग और दंगल तंग तंग और तंगहाल खिल खिल कर हंसना है बेहाल कहीं का बीज कहीं जा गिरा गोरों की चाल है करती बदहाल हम समझ गए पर फिर भी है अनजान अदृश्य क्या हो गए हम या फिर समय की तरकीबों पर है फंसा जी का जंजाल

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मैं एक ऐसी इतिहासिक इमारत के बारे में लिखने जा रही हू। जो रामपुर के नवाबों की शान और उनके शोकों के बारे में बताती है। रामपुर के नवाब बहुत ही संगीत शौकीन थे।

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यह कहानी आज के युवाओं की बढती हुई इच्छाओं, अहंकार का परस्पर टकराव एवं आज के युवा का पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित होने की प्रतिक्रिया पर आधारित है। आज कल युवा कपल्स अपनी भावनाओं की संतुष्टी के लिए हर वो पैतरा आजमाते है, जो उनके अनुकूल बैठता है।

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कविताएँ दग्ध हृदय को तत्काल ही शीतलता प्रदान करता है। जब हमारा हृदय उद्विग्न हो, कविताएँ पढने के बाद हम एक पल के लिए उस भाव से मूक्त हो जाते है। कविताएँ हमें आशाओं का प्रकाश दिखलाता है और निराशा के दलदल से बाहर निकालता है।

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Flattery

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It will tell what's flattery and various situations were created due to it

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Rufflesia

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A story about a boy and girl bases on the imaginary or fiction character

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I wrote it for a girl who I love the most in this world...

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Kusum

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ପ୍ରମ କାହାଣି ,କୁସୁମ ଓ ସାନ୍ତୁନ

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This poem is about winter season. It's a pathetic fallacy poem.

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नमस्कार, पढ़ना जरूरी है ? 1 हाँ या 2 नहीं यदि नहीं तो डूब मरो। यदि हाँ तो चलो ! काम की बात हो जाए। काम की बात है कि किताब पढ़ने से लिखने से रुपया मिलने लगे। यह सम्भव हो सकता है BlueRoseone के साथ। पढ़ने का रुपया हम देगें । तोकहानी का सार बताना पड़ेगा

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